कविता बाल दिवस की
रसगुल्ला और चीकू घर के बाहर के गार्डन में बैठे हैं और ननकू बैठा है बरामदे में। ननकू अपनी कॉपी में कुछ लिख रहा है...
उफ़्फ़ ये सर्दी
रसगुल्ला बिस्तर में ननकू के पैर के पास बैठा उसको देख रहा था कि तभी ननकू उठा और ज़ोर से छींका “आं.....छूँ” उसकी आवाज़ से...
नाराज़ रसगुल्ला
इतने दिनों से ननकू कुछ इस तरह पढ़ाई- लिखाई और स्कूल में व्यस्त हो गया कि बस शाम को खेलने के बाद ही उसे ऐसी...
आज़ादी
सुबह से ही घर में हलचल मची हुई है..ननकू आँगन में खड़ा होकर ज़ोर-ज़ोर से कविता सुना रहा है चीकू और रसगुल्ला उसको ध्यान से...
रसगुल्ला की चिंता
माँ सोफ़े पर बैठकर कोई पुरानी किताब पढ़ रहीं थीं, रसगुल्ला उनके पैरों के पास बैठा था। वो बार-बार माँ की तरफ़ उम्मीद से देखता,...
स्कूल का पहला दिन
सुबह अच्छे से हो चुकी है और ननकू छुट्टियों के बाद पहली बार स्कूल जा रहा है। ननकू के लिए माँ नाश्ते बना रही हैं...
रसगुल्ला जाएगा स्कूल?
"रसगुल्ला..पता है आज न पापा मेरे लिए नया जूता लेकर आने वाले हैं"- ननकू ख़ुश होते हुए बोला रसगुल्ला भी ख़ुश होकर ननकू के आसपास...
ननकू का बेस्ट फ़्रेंड
जैसे ही ननकू ने कहा कि उसे उसका बेस्ट फ़्रेंड मिल गया। तब से माँ, दादी, चीकू और रसगुल्ला सोच रहे हैं कि ननकू का...
दोस्ती की पहचान
ननकू सोच में डूबा हुआ था कि रसगुल्ला उसके पास आया..ननकू तो सोच ही रहा था कि रसगुल्ला ने उसके पैर के पास कुछ रखा...
दोस्ती का सवाल
ननकू बरामदे में बैठा चीकू के साथ खेल रहा था कि तभी दरवाज़े से रमा चाची आती हुई बोलीं "कैसा है ननकू..?..माँ कहाँ है..?" "मैं...