जब भी कोई शेर कहना चाहता है तो उसके लिए सबसे ज़रूरी चीज़ होती है क़ाफ़िया, रदीफ़ और वज़्न। जहाँ क़ाफ़िये से शेर को एक
हिन्दी और उर्दू साहित्य का संगम
जब भी कोई शेर कहना चाहता है तो उसके लिए सबसे ज़रूरी चीज़ होती है क़ाफ़िया, रदीफ़ और वज़्न। जहाँ क़ाफ़िये से शेर को एक